अपने अगुबौं की बात मानौ और बाके हक मै रैहईओ, कैसेकै बौ तुमरी जिन्दगी की चौकसी करै है कैसेकै उन अगुबौं कै परमेसर के सामने लेखो-जोखो दैनो है। बे जौ काम खुसी के संग करैं, ना की रो रो कै। अगर बे दुख सै करैं तौ तुमकै कुछ फाएदा ना है।
कैसेकै अगुबा कै परमेसर को काम सौंपो गओ है, इस बजै सै उसकै निरदोस होनो चँईऐ, ना हटी, ना घुस्सा कन्नै बारो, ना पियक्कड़, ना मारपीट कन्नै बारो, और ना नीच कमाई को लालची हो,
इसताँई तुम अपनी और अपने लोगौ की देखभाल करौ, जिसके ताँई तुमकै पबित्तर आत्मा नै चुनो है, कैसेकै तुम बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ के ताँई ऐंसे हौ जैसे गड़रिया भेड़ौ के झुन्ड के ताँई है। जिसकै परमेसर नै अपने लौंड़ा को खून देकै मोल लओ है।
अगर मैंकै आनै मै देर होए तौ तुमकै जौ पतो होनो चँईऐ कै परमेसर के टब्बर के लोगौ को बरताब कैसो होनो चँईऐ। जौ टब्बर जिन्दे परमेसर के बिसवासिऔ की मंडली है, और सच्चाई की बुनियाद और खम्मा है।
ईसु नै अपने चेलौ सै कैई, “देखौ, इसताँई हर एक सास्तरी जो परमेसर के राज कै जानै है, बौ ऐंसे घर के मुखिया के हाँई है जो अपने भन्डार सै नई और पुरानी चीज लिकारै है।”