19 सुनौ, मैंनै तुमकै साँपौ और बिच्छुऔ कै किचलनै को, और बैरी की सैरी सकतिऔं के ऊपर अधकार दओ है, तुमकै कोई कुछ नुकसान ना पौंचा सकैगो।
और बे अपने हातौ सै साँप पकड़ लंगे और बे अगर बिस बी पी जांऐ तौ उनको कुछ नुकसान ना होगो, बे बेमारौं के ऊपर अपनो हात रखंगे और बे ठीक हो जांगे।”
सान्ति को परमेसर सैतान कै जल्दीई तुमरे पाँऐऔं के नीचे किचलैगो। हमरे परभु ईसु की किरपा तुमरे ऊपर बनी रैह।
पर तबई पौलुस नै बा साँप कै आग मै झटक कै फैंक दओ और बाकै कुछ ना भओ।
अगर कोई इनकै नुकसान पौंचानो चाँहबै है, तौ इनके मौह सै आग लिकरै है और बौ इनके दुसमनौ को नास कर देवै है। जो कोई इनकै नुकसान पौंचानो चाँहैगो, बाकै ऐंसेई मरनो होगो।
या बौ अंडा माँगै तौ, उसकै बिच्छू दे?