जब बौ इस बात कै सोचई रओ हो तौ परभु को सुरगदूत उसकै सपने मै दिखाई देकै कैललगो, “ओ! यूसप दाऊद की औलाद, मरियम कै अपनी बईयर बनाने सै मत डर कैसेकै जो बालक बाके गरब मै है, बौ पबित्तर आत्मा की ओर सै है।
रस्ता मै चलते चलते बे एक पानी की जघै मै पौंचे, तबई बा अधकारी नै फिलिप्पुस सै कैई कै, “देख, हिंया पानी बी है। और अब मैंकै जल संस्कार लैनै मै का दिक्कत है?”
एक बखत हो जब हम बी अपने सरीर की गलत इच्छाऔं के हिसाब सै दिन काटै हे, और सरीर और मन की मरजी कै पूरी कन्नै मै लगे रैहबै हे, और सबई लोगौ के हाँई सौभाब सैई हम बी परमेसर के घुस्सा के लायक हे।