पर परभु नै मैंसै कैई कै, “मेरी किरपा तेरे ऊपर भौत है कैसेकै कमजोरिऔं मैई मेरी सकति सबसै जादा है।” इसताँई मैं अपनी कमजोरिऔं के ऊपर खुसी के संग घमंड करौ हौं कै मसी की सकति मेरे भीतर है।
जैसे तुमकै परखो गओ है बैसेई दूसरे लोगौ कै परखो गओ हो। परमेसर बिसवासजोग है बौ तुमकै तुमरी सैहन सकति सै बाहार परखनै के ताँई ना छोड़ैगो, बलकन परखनै के संग-संग बौ बासै बचनै की रस्ता बी दिखागो, जिस्सै तुम उस्सै गुजर सकौ।
देखौ, बौ टैम आ रओ है, बलकन आई गओ है कै तुम तितर बितर होकै अपने अपने घर कै चले जाऔगे और मैंकै इकलो छोड़ दोगे, फिर बी मैं इकलो ना हौं, कैसेकै अब्बा मेरे संग है।
अब फसै को तौहार धौंरेई हो। ईसु कै जौ पतो हो कै मेरी घड़ी आ गई है कै मैं दुनिया छोड़कै अब्बा के धौंरे जांऔ। जिन लोगौ कै बौ इस दुनिया मै पियार करतो आओ हो उनसै आखरी तक बैसेई पियार करो।