पर जा दुनिया के लोग परमेसर की आत्मा की बातौं कै ना मानै हैं, कैसेकै बे बात उन लोगौ की नजरौ मै मूरखता बारी हैं। बे इनकै ना समज सकै हैं, कैसेकै इन बातौं की परख आत्मा करै है।
जब उनौनै परमेसर को सच्चो गियान पानो सई ना समजो, तौ परमेसर नै बी उनकै जो ना सोचनो चँईऐ, बौई सोचनै के ताँई और जो ना कन्नो चँईऐ बौई कन्नै के ताँई छोड़ दए।
कै तू उनकी आँखौ कै खोलै जिस्सै कै बे लोग इन्धेरे सै उज्जेरे की ओर आँय और जो सैतान के फंदा मै फसे पड़े हैं, उनकै तू परमेसर के राज मै लेकै आय जिस्सै कै उनके पाप माफ हौं, और परमेसर के छाँटे भए बिसवासी लोगौ मै बे अपनी जघै बनाऐ।’