15 इसताँई तुमकै जौ कैनो चँईऐ कै, “अगर परभु की मरजी होगी, तौ हम जिन्दे रैहंगे और जौ या बौ काम करंगे।”
और अगर परमेसर चाँहै तौ हम ऐंसोई करंगे।
पर बानै ऐंसे कैई कै अगर परमेसर चाँहैगो तौ मैं फिर तुमरे धौंरे आंगो और बौ इफिसुस सै पानी के जिहाज सै चले गओ।
और रोज अपनी पिराथनाऔ मै बिनती करौ हौं कै किसी तरै सै अब तुमरे धौंरे आनै की मेरी चाहत परमेसर की मरजी सै पूरी हो।
मेरी ऐंसी इच्छा ना है कै मैं सिरप रस्ता मै जाते बखत तुमसै मिलतो भओ जांऔ। पर मैंकै उमीद है कै अगर परभु नै चाँहो तौ कुछ बखत तुमरे संग रैहंगो।
और मैं परमेसर की इच्छा सै तुमरे धौंरे खुसी के संग आकै तुमरे संग आराम कर पांऔ।
अगर परभु की मरजी भई तौ मैं तुमरे धौंरे जल्दीई आंगो और उन घमंडी लोगौ की बातौंई को ना पर उनकी सकति को बी पतो लगांगो।
पर अब तुम अपने घमंड के ऊपर सेकी मारौ हौ। ऐंसो हर तरै को घमंड बुरो होवै है।