जौ पानी बा जल संस्कार के हाँई है जिस्सै अब तुमकै मुक्ति मिलै है; जल संस्कार को मतलब सरीर को मैल धोनो ना हैं बलकन सच्चे मन सै परमेसर के संग बादो कन्नो है। जौ जल संस्कार ईसु मसी के फिर सै जिन्दे होनै के दुआरा हमरी मुक्ति करै है।
आदम आनै बारे मसी को चिन्न हो मगर आदम सै लेकै मूसा के टैम तक मौत सबके ऊपर राज करती रैहई। और बैसेई उनके ऊपर बी राज करो जिनौनै आदम के जैसे आगियाँ तोड़कै पाप ना करो।
कैसेकै मसी आदमी के हात सै बनाई भई पबित्तर जघै मै ना गओ जो सच्चे पबित्तर जघै की एक नकल है। पर अब हमरी ओर सै बौ परमेसर के सामने परकट होनै के ताँई सुरग मै गओ।
लेबी गोत के पुजारी दुआरा मूसा को नियम लोगौ कै मिलो है। अगर लेबी पुजारी के काम सै पूरोपन मिलै है, तौ दूसरे तरै के पुजारी की आनै की जरूरत काए है? और एक ऐंसे पुजारी की जो मलकीसदेक के हाँई होए, ना की हारून के खानदान को।
तौ का जाको जौ मतलब है कै नियम परमेसर के बादे को बिरोद करै है? बिलकुल ना। कैसेकै अगर आदमी कै नियम सै जिन्दगी मिलती तौ नियम कै माननै सै धारमिकता मिल जाती।