10 उन दिनौ के बाद परभु नै फिर ऐंसे कैई कै, मैं जौ करारनामो ईसराइली लोगौ के संग करंगो कै, मैं अपने नियमौ कै उनके मन मै डारंगो और बाकै उनके दिलौ मै लिखंगो मैं उनको परमेसर हौंगो, और बे मेरे लोग हौंगे।
तुम लोग खुद मसी की एक चिट्ठी के हाँई हौ, जिसकै हमनै सेवकौ के हाँई मैहनत सै लिखो है, और जिसकै सिआई सै ना, पर जिन्दे परमेसर की आत्मा सै लिखो है, और बाकै पत्थरौं की तकती मै ना पर आदमी के दिल मै लिखो है।
पर तुम एक चुनो भओ बंस, राज कन्नै बारे बड़े पुजारी को समाज, पबित्तर लोग, और परमेसर के अपने लोग हौ। इसताँई तुम परमेसर की अच्छाई के बारे मै बोलौ, जिसनै तुमकै इन्धेरे सै अपनी एक अनौखी जोती मै बुलाओ है।
पर जे लोग एक अच्छे देस मै जानै की सोचै हैं यानी सुरग मै। उनके बारे मै परमेसर जौ कैने मै ना सरमाबै है कै मैं उनको परमेसर हौं। कैसेकै बानै उनके ताँई एक सैहर बनाओ है।