4 बिसवास सैई हाबिल नै परमेसर के ताँई कैन सै बढ़िया चढ़ाबो चढ़ाओ, और बिसवास सैई परमेसर नै हाबिल कै धरमी ठैराओ। कैसेकै परमेसर नै बाके चढ़ाबे कै अपनाओ। हाबिल तौ मर गओ पर बाको बिसवास अब्बी बात करै है।
“जिस्सै धरती मै धरमात्माऔ को जितनो खून बहाओ गओ धरमी हाबिल के खून सै लेकै बिरिक्याह के लौंड़ा जकरयाह के खून तक, जो तुम लोगौ नै मन्दर और बेदी के बीच मार डारो हो, बौ सब तुमरे सिर पड़ैगो।
इसताँई जब गभाऔ की इत्ती बड़ी भीड़ हमकै घेरे भए है, तौ आऔ हम हर एक रुकाबट और उलझानै बारे पापौं सै छुट कै जो दौड़ हमकै दौड़नी है, बाकै सबर के संग दौड़ने मै लगे रैंह।
यानी हाबिल की हत्तिया सै लेकै जकरयाह तक को हिसाब, जो बेदी और मन्दर के बीच मै मारो गओ हो मैं तुमसै कैरओ हौं; उसको लेखो इसई पीड़ी के लोगौं सै लेओ जागो।
बे कैबै हैं कै हम परमेसर कै जानै हैं, पर अपने कामौ सै उसको इनकार करैं हैं, कैसेकै बे नफरत कन्नै बारे और आगियाँ ना माननै बारे हैं, और किसी अच्छे काम के लायक ना हैं।