तबई कुछ लोग यहूदिया परदेस सै अन्ताकिया मै आकै बिसवासी लोगौ कै सिकाल लगे कै, “अगर तुमरो खतना मूसा के नियम के तरीका सै ना भओ है तौ तुमकै मुक्ति ना मिल सकै है।”
कैसेकै हमकै बी उनके हाँई अच्छी खबर सुनाई गई पर जैसी अच्छी खबर उन्नै सुनी, उनकै बासै कुछ फाएदा ना भओ कैसेकै उन्नै परमेसर की बात माननै बारौ के बिसवास के हाँई बिसवास ना करो।
ओ भईयौ और बहनौ, अगर मैं अब तक खतना को परचार करौ हौं, तौ लोग मैंकै काए सता रए हैं? और अगर जौ सच होतो, तौ मसी के कुरूस के बारे मै जो मैं सिकाबौ हौं बासै कोई परेसानी ना होती।
मैं पौलुस जो मसी की दीनता और दया की बजै सै तुमसै बिनती करौ हौं। पर कुछ लोग कैबै हैं कै जब मैं तुमरे धौंरे होबौ हौं तौ नमर हौं पर जब दूर हौं तौ कठोर हौं।
तबई जो फरीसी समू के बिसवासी लोग हे उनमै सै कुछ लोगौ नै खड़े होकै कैई कै, “गैर यहूदी लोगौ कै बी खतना कन्नो चँईऐ और उनकै मूसा के नियम कै माननै को बी हुकम दैनो चँईऐ।”