कैसेकै परमेसर नै उनके मन मै जौ बात डारी है कै, बे उसकी इच्छा पूरी करैं, और जब तक परमेसर के बचन पूरे ना होवै हैं, तब तक राज कन्नै को अपनो अधकार उस जनाबर कै दे दंगे।
कुछ दिनौ के बाद पौलुस नै बरनबास सै कैई, “चल उन सैहरौं मै चलैं जिनमै हमनै परभु को बचन को परचार करो हो। बहाँ जाकै बिसवासी भईयौ कै देखलैं कै बे कैसे हैं।”