1 उस बखत जब चेलौ की संखिया भौत बढ़ल लगी, तब यूनानी भासा बोलनै बारे लोग जौ सिकात करल लगे कै इबरानी भासा बोलनै बारे “हमरी भासा की उन बईयरौं कै जो राँड़ हैं, रोटी दैनै मै कानोबाँटो करै हैं।”
तबई पतरस उनके संग चल दओ और जब बौ पौंचो तौ बे बाकै ऊपर के कमरा मै ले गए, बहाँ सिगरी राँड़ बईयरैं रोते रोते पतरस के धौंरे आँई और जो कुरता और लत्ता दोरकास नै उनके संग रैहते भए बनाए हे, जब बौ जिन्दी ही; बे पतरस कै दिखाल लगीं।
“अरे कपटी सास्तरिऔं और फरीसिऔं! तुम्मै धिक्कार है। तुम लोगौ के ताँई सुरग के राज को मौहड़ो बन्द कर देवौ हौ तुम खुद तौ ना जाबौ हौ पर जो जानो चाँहै है, उनकै रोक देवौ हौ।
का तुम पबित्तर सास्तर की जा लिखी भई बात कै बेकार समजौ हौ? जो आत्मा परमेसर नै हमरे भीतर दई है, बौ हम सै पूरी इच्छा रक्खै है कै हम बिसवासजोग बने रैह।
हमरे परम पिता परमेसर की नजरौ मै सुद्द और बिना दोस की भक्ति जौ है, कै मुसीबतौं मै पड़े अनाथौं और राँड़ौ की सायता करौ, और दुनिया के कलंक सै खुद कै बचाए रक्खौ।
“हमनै तुमकै जा नाम सै सिक्छा ना दैनै को साप-साप हुकम दओ हो, पर तुमनै सिगरे ऐरूसलेम मै जा बात को परचार कर दओ और जा आदमी की मौत के जिम्मेदार बी हमकै ठैरा चुके हौ।”
तब उन बारैह भेजे भए चेलौ नै सबई बिसवासी लोगौ कै अपने धौंरे बुलाकै कैई कै, “परमेसर के बचन को परचार छोड़कै लोगौ के खानै पीनै की सेवा कन्नी हमरे ताँई सई ना है।
जब बौ बासै मिलो तौ तबई बाकै बी अन्ताकिया मै लिआओ और बे एक साल तक बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ सै मिलते रैहए और भौस्से लोगौ कै सिकाते रैहए और सबसै पैले चेलौ कै अन्ताकिया मै “मसी” कैओ गओ।