3 जा बात के ऊपर पतरस नै बासै कैई, “हे हननियाह, सैतान नै तेरे मन मै जौ बात काए डारी कै तू पबित्तर आत्मा सै झूँट बोलै, और खेत के पैसा मै सै कुछ बचाकै रख लै?
का बेचनै सै पैले बौ खेत तेरो ना हो? और बिकनै के बाद बी का बा पैसा के ऊपर तेरो हक ना हो? तैनै जौ बात अपने मन मै काए सोची? तैनै आदमी सै ना पर परमेसर सै झूँट बोलो है।”
जो कोई परमेसर के राज को बचन सुनै है पर समजै ना है, तौ सैतान तुरन्त आकै परमेसर के बचन कै जो उनके मन मै बोओ गओ हो, उसकै उठा ले जावै है, जे बेई हैं जो मैड़ के किनार बोए गए हे।