जब लड़ाई भौत जादा होल लगी तौ सैनापति डर गओ कै कहीं जे लोग पौलुस के टुकड़ा-टुकड़ा ना कर दैं। तबई बानै सिपाईऔं कै हुकम दओ कै बे भीड़ मै जाकै पौलुस कै उनके बीच मैसै लिकारकै छाबनी मै ले जाऐ।
कैसेकै जा दुनिया की बुद्धि परमेसर के नजरौ मै मूरखता के हाँई है, जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “परमेसर गियानी लोगौ कै उनकी चालाँकी मै फसा देवै है।”