कुपरूस जघै मै एक आदमी हो जिसको नाम यूसप हो और बौ एक लेबी गोत को हो। और भेजे भए चेला बाकै बरनबास नाम सै बुलाबै हे, जिसको मतलब है, “हिम्मत बढ़ानै बारो लौंड़ा।”
जब बे बरत रैहकै परभु के भजन किरतन कर रए हे, तबई पबित्तर आत्मा नै उनसै कैई कै, “मेरे जा काम के ताँई बरनबास और साऊल कै अगल करौ जिसके ताँई मैंनै उनकै बुलार खाओ है।”
सितेफनुस के मरनै के बाद जो मुसीबत सुरू भंई हीं और जिसकी बजै सै जो बिसवासी लोग इतै-उतै बिखरे पड़े हे, बे फिरते फिरते फिनीकिया, कुपरूस और अन्ताकिया सैहरौं मै जा पौंचे हे, पर जे यहूदी लोगौ कै छोड़कै किसी दूसरे कै बचन ना सुनावै हैं।
कुछ दिनौ के बाद पौलुस नै बरनबास सै कैई, “चल उन सैहरौं मै चलैं जिनमै हमनै परभु को बचन को परचार करो हो। बहाँ जाकै बिसवासी भईयौ कै देखलैं कै बे कैसे हैं।”