ओ भईयौ और बहनौ, तुम याद रक्खौ कै हमनै तुमरे बीच मै रात-दिन मैहनत को काम इसताँई करो है, जिस्सै कै हम परमेसर की अच्छी खबर कै सुनाते भए किसी के ऊपर बोज ना बनै।
पर जब मैं तुमरे संग हो और जब्बी मैंकै किसी चीज की जरूरत पड़ी तौ बाके ताँई मैं किसी के ऊपर बोज ना बनो। कैसेकै जो भईया लोग मकिदुनिया मुलक सै आए हे उन्नै मेरी जरूरत कै पूरो करो। मैंनै हर एक बात मै खुद कै तुमरे ऊपर बोज ना बनन दओ और ना बन्नै दंगो।