14 उनकी आँख बैबिचार सै भरी भई हैं और उनके भीतर हमेसा पाप की इच्छा बनी रैहबै है; जिनके मन जल्दी बहक जावै हैं उनकै बे बहला और फुसला लेबै हैं, उनको मन लालच मै भौत तेज है, और बे सरापित औलाद हैं।
जे बेकार की घमंड की बात करकै और सरीर की बुरी इच्छा और लुचपन की बातौं मै उनकै अपनी ओर खैंच लेबै हैं, जो गलत सिक्छा मै हैं उन लोगौ सै अबी-अबी बचकै लिकरे हैं।
एक बखत हो जब हम बी अपने सरीर की गलत इच्छाऔं के हिसाब सै दिन काटै हे, और सरीर और मन की मरजी कै पूरी कन्नै मै लगे रैहबै हे, और सबई लोगौ के हाँई सौभाब सैई हम बी परमेसर के घुस्सा के लायक हे।
जैसो बानै अपनी सिगरी चिट्ठिऔ मै इन बातौं के बारे मै बताओ है, जिनमै सै कुछ बातौं कै समजनो मुसकल है; नासमज और एक बात के ऊपर ना टिके रैहनै बारे लोग उन बातौं कै बी और पबित्तर सास्तर के बचनौ कै बी तोड़ मड़ोड़ कै गलत मतलब लिकारकै खुदई अपने नास की बजै बनै हैं।
कोई बी आदमी अपनी झूँटी दीनता सै या सुरगदूतौं की पूजा करबाकै तुमरे ईनाम कै ना लूट सकै है, ऐंसो आदमी देखी भई बातौं के पिच्छे लगो रैहबै है और अपने पाप बारी सोच के ऊपर बिना बजै के घमंड करै है।
और उस बड़े से अजगर कै जो पुरानो साँप है, जिसकै सबसै बड़ी दुसट आत्मा और सैतान कैबै हैं। जो सिगरी दुनिया कै भटकावै है उसकै और उसके दूतौ कै धरती मै फैंक दओ गओ।