जब दूसरे लोग कुछ पानै को हक रक्खै हैं, तौ का हमरो हक उन लोगौ सै जादा ना है? फिर बी हमनै इस हक को फाएदा ना उठाओ। उल्टा, हम मसी की अच्छी खबर के परचार मै कोई रुकाबट ना डारै हैं। इसताँई हम हर तरै सै दुख सैहबैं हैं।
फिर बी हम उन लोगौ कै गलत उदाहरन ना दैं, इसताँई तुम झील के किनार जाकै काँटो डारौ, जो मच्छी पैले फसैगी, बाकै पकड़ लेईओ, और बाको मौह खोलौगे तौ तुमकै एक सिक्का मिलैगो, उसई कै लेकै मेरे और अपने बदले उनकै दे देईओ।”
और जो कमजोर हैं, उनके ताँई मैं कमजोर बनो कै मैं उनकै जीत सकौं। मैं सबके ताँई सबई कुछ बन गओ, जिस्सै कै मैं किसी ना किसी तरै सै कुछ लोगौ कै मुक्ति दिब्बा सकौं।
हमकै घमंड है, कै हम जौ बात कै साप मन सै बोल सकै हैं, हमनै जा दुनिया के संग और खास करकै जैसो परमेसर नै चाँहो बैसोई हमनै तुम लोगौ के संग ईमानदारी और सच्चाई के संग बरताब करो है। जे बात परमेसर की किरपा सै मिलै हैं ना कै दुनिया की मन की समज सै।
“पर जो कोई नमर लोगौ मै सै जो मेरे ऊपर बिसवास करैं हैं, एक कै बी भटकावै है, उसके ताँई जौई भलो होतो, कै बाकी गरदन मै चक्की को पटा बांधो जातो और बौ गैहरे समन्दर मै डुबै दओ जातो।
और अब सिरप जा बात को डर ना है कै हमरो काम खतम हो रओ है, पर डर जा बात को है कै बड़ी देबी अरतिमिस कै मन्दर कै बी बेकार समजो जागो, और जिस देबी की पूजा सिगरी एसिया और दुनिया करै है बाकी इज्जत बी खतम होनै को डर है।”