11 पियारे भईयौ, तुम परदेसी और यातरी हौ इसताँई मैं तुमसै बिनती करौ हौं कै तुम अपने सरीर की बुरी इच्छा सै बचे रौह जो आत्मा के बिरोद मै लड़ाई के ताँई उठै हैं।
जिन चीजौ को बादो करो गओ हो, बौ इन सबई लोगौ कै ना मिलो। पर उनौनै उनकै दूर सैई देखो और उनको सुआगत करो और जौ मान लओ कै हम जा धरती मै परदेसी और अनजाने हैं, जे सिगरे लोग बिसवास करते भए मर गए।
हे मेरे पियारे सातिऔं, जब हमकै जे बादे मिले हैं, तौ आऔ हम बा चीज कै सुद्द करैं जो हमरे सरीर और आत्मा कै असुद्द बनाबै हैं, और परमेसर को डर मानते भए पबित्तर बनौ।
इसताँई हे भईयौ, परमेसर की दया कै याद करबाकै मैं तुमसै बिनती करौ हौं, कै अपने सरीर कै जिन्दो, पबित्तर और जैसो परमेसर कै अच्छो लगै है बैसो बलिदान करकै चढ़ाऔ, और जौई तुमरे ताँई सई सेवा है।
“तुम बैबिचार ना करिओ और ना मूरतिऔं मै चढ़ाए भए चढ़ाबे कै खइओ और ना साँस गोट कै मारे भए जनाबर के मांस कै और खून कै ना खइओ। अगर तुम खुद कै इन बातौं सै बचाकै रखौगे तबई तुमरो भलो होगो, अग्गे अच्छो होए।”
“इसताँई चौकस रैहऔ, कहीं ऐंसो ना होए कै तुमरो मन भोग-विलास, नसा और जा जिन्दगी की चिन्ताऔं के बोज सै दब जाय और बौ दिन फंदा के हाँई अचानक तुमरे ऊपर आ पड़ै।
और अगर तुम, हर एक के करमौ के हिसाब सै बिना भेदभाब के नियाय कन्नै बारे परमेसर कै, हे अब्बा, कैह कै बुलाबौ हौ, तौ तुमकै अपनी जिन्दगी परदेसी के हाँई डरते भए काटनी चँईऐ।
पर उनकै जौ बात लिखकै भेज देईओ कै बे ना तौ बैबिचार करैं, और ना मूरती मै चढ़ाओ भओ चढ़ाबो खाँय, और ना साँस गोट कै मारे भए जनाबर के मांस कै, और ना खून कै खाँय।
पतरस जो ईसु मसी को भेजो भओ चेला हो बाकी ओर सै, परमेसर के उन चुने भएऔं के नाम जो परदेसी होकै, पुन्तुस, गलातिया, कपदुकिया, एसिया और बिथुनिया इलाके मै सबई इतै-उतै रैहबै हैं।
हे पियारे भईयौ और बहनौ, चाँहे हम इन बातौं कै कैरए हैं, पर हमकै पूरो भरोसो है कै तुम लोगौ की हालत इस्सै जादा अच्छी है और तुम मुक्ति की रस्ता मै चलौ हौ।