9 जब हम आदमिऔ की गभाई मान लेबै हैं, तौ परमेसर दुआरा देई गई गभाई तौ उस्सै बी बढ़कै है, और परमेसर की गभाई जौ है, कै बानै अपने लौंड़ा के बारे मै गभाई दई है।
कैसेकै परमेसर नै एक दिन ऐंसो ठैराओ है, जिसमै बौ बा आदमी के दुआरा दुनिया के लोगौ को सच्चाई सै नियाय करैगो जिसकै बानै ठैरार खाओ है, और बाकै मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो करकै जा बात को सबूत दे दओ है।”
जो परमेसर के लौंड़ा के ऊपर बिसवास करै है, बौ अपने भीतर बा गभाई कै रक्खै है। अगर कोई परमेसर मै बिसवास ना करै है, तौ बौ परमेसर कै झूँटो ठैराबै है। कैसेकै बानै बा गभाई को बिसवास ना करो, जो परमेसर नै अपने लौंड़ा के बारे मै दई ही।
तबई जे दो बात हैं, एक बाकी कसम और दूसरो बाको बादो है, जो कबी ना बदलै है, और परमेसर झूँट ना बोल सकै है। इसताँई अगर हम परमेसर के धौंरे भाजकै बाकी सरन मै आवै हैं; और जो आस हमकै बानै देर खाई है, बाकै मजबूताई सै पकड़नै के ताँई हिम्मत मिलै।