सैतान जा दुनिया को देबता है, और बानै उन लोगौ की बुद्धि बन्द करर खाई है, और बे मसी मै बिसवास ना करै हैं जो परमेसर को रूप है, जो मसी की अच्छी खबर की महिमा की चमक कै ना देख सकै हैं।
जिसमै पैले तुम जा दुनिया के बुरी रस्ता मै चलते भए बा आसमान के दुसट सकतिऔं के अधकारी को नाम जपते भए जीवै हे। जौ बौई आत्मा है जो अब उन लोगौ के भीतर काम कर रई है, जो लोग परमेसर की आगियाँ कै ना मानै हैं।
और उस बड़े से अजगर कै जो पुरानो साँप है, जिसकै सबसै बड़ी दुसट आत्मा और सैतान कैबै हैं। जो सिगरी दुनिया कै भटकावै है उसकै और उसके दूतौ कै धरती मै फैंक दओ गओ।
हम जानै हैं कै परमेसर को लौंड़ा आ गओ है और बानै हमकै समज दई, ताकि हम बा सच्चे परमेसर कै जान लैं और बामै बने रैंह जो सच्चो है, कैसेकै हम बाके लौंड़ा ईसु मसी मै बने रैहबै हैं। जौई सच्चो परमेसर है और हमेसा की जिन्दगी है।
बैबिचार कन्नै बारौ का तुम जौ ना जानौ हौ, कै दुनिया सै दोस्ती कन्नी परमेसर सै दुसमनी कन्नै के बराबर है? इसताँई जो कोई दुनिया सै दोस्ती कन्नो चाँहै है बौ परमेसर को दुसमन बन जावै है।
जो परमेसर के लौंड़ा के ऊपर बिसवास करै है, बौ अपने भीतर बा गभाई कै रक्खै है। अगर कोई परमेसर मै बिसवास ना करै है, तौ बौ परमेसर कै झूँटो ठैराबै है। कैसेकै बानै बा गभाई को बिसवास ना करो, जो परमेसर नै अपने लौंड़ा के बारे मै दई ही।
जो परमेसर की आगियाँऔ कै मानै है, बौ परमेसर मै बनो रैहबै है और परमेसर बामै, और परमेसर नै हमकै पबित्तर आत्मा दई है, बाके दुआरा हम जानै हैं कै परमेसर हम्मै रैहबै है।
तब उस सुरगदूत नै उसकै पाताल कुन्ड मै ढकेल कै ताड़ो लगाकै बन्द कर दओ और उसमै मौहर लगा दई, कै बौ हजार बरस के पूरे होनै तक जाति-जाति के लोगौ कै ना बैहकाऐ। पर हजार बरस पूरे होनै के बाद बौ थोड़े टैम के ताँई छोड़ो जाऐ।
हम जानै हैं कै जो कोई परमेसर की औलाद बन गओ है बौ पाप ना करतो रैहबै है। बलकन जो परमेसर की औलाद हैं उनकै परमेसर बचाकै रक्खै है और बौ दुसट उनको कुछ बी ना बिगाड़ पावै है।
कैसेकै हम जौ जानै हैं कै जौ हमरो सरीर एक तम्बू के हाँई है जिसमै हम जा धरती मै रैहबैं हैं, और जब जा तम्बू कै गिरा दओ जागो तौ, परमेसर की ओर सै हमकै सुरग मै ऐंसो घर मिलैगो जो कबी खतम ना होगो, और जिसकै किसी आदमी नै ना बनाओ होगो।
कैसेकै हम बी पैले, मूरख और आगियाँ ना माननै बारे, और भरम मै पड़े भए और हर तरै की बुरी बासनाऔ और सुकबिलास के गुलाम हे, बैरभाव, जरन और नफरत कन्नै मै जिन्दगी बिता रए हे, हम सै लोग नफरत करै हे, और हम बी एक दूसरे सै बैर रक्खै हे।
इसताँई मैं जे दुख बी उठा रओ हौं, फिर बी मैं सरमाबौ ना हौं कैसेकै मैं जौ बात जानौ हौं कै मैंनै किस मै बिसवास करो है। मैंकै पक्को भरोसो है कै जो मैंकै चीज सौंपी हैं बाकी रखबारी बौ कर सकै है, जब तक कै बौ नियाय को दिन ना आय।
हमकै घमंड है, कै हम जौ बात कै साप मन सै बोल सकै हैं, हमनै जा दुनिया के संग और खास करकै जैसो परमेसर नै चाँहो बैसोई हमनै तुम लोगौ के संग ईमानदारी और सच्चाई के संग बरताब करो है। जे बात परमेसर की किरपा सै मिलै हैं ना कै दुनिया की मन की समज सै।
और सैतान नै उस्सै कैई, “मैं इन देसौ के ऊपर सब बातौं को हक और धन-दौलत तेकै दे दंगो, कैसेकै बौ मैंकै सौंपो गओ है: और जिसकै मैं चाँहौ हौं, उसई कै दे देमौं हौं।