ईसु नै उनसै कैई, “अगर परमेसर तुमरो अब्बा होतो, तौ तुम मैंसै पियार करते, कैसेकै मैं परमेसर सै लिकरकै आओ हौं और अब मैं हिंया हौं। मैं अपनी मरजी सै ना आओ, पर बाई नै मैंकै भेजो है।
हे पियारे लोगौ, हमकै दूसरौं सै पियार रखनो चँईऐ, कैसेकै पियार परमेसर सै मिलै है और हर कोई जो पियार करै है, बौ परमेसर की औलाद बन गओ है, और परमेसर कै जानै है।
अगर कोई कैबै है कै, “मैं परमेसर सै पियार करौ हौं” और बौ अपने भईया सै नफरत करै, तौ बौ झूँटो है। कैसेकै जो अपने भईया सै पियार ना करै है, जिसकै बौ देखै है, तौ बा परमेसर कै जिसकै बानै कबी देखोई ना है, पियार कैसे कर सकै है?
हमरे परभु ईसु मसी के परम पिता परमेसर को धन्नबाद होए, जिसनै ईसु मसी कै मरे भएऔं मै सै जिन्दो कन्नै के दुआरा, अपनी बड़ी दया सै हमकै एक जिन्दी आस के ताँई नओ जलम दओ है।
रस्ता मै चलते चलते बे एक पानी की जघै मै पौंचे, तबई बा अधकारी नै फिलिप्पुस सै कैई कै, “देख, हिंया पानी बी है। और अब मैंकै जल संस्कार लैनै मै का दिक्कत है?”
हम जानै हैं कै जो कोई परमेसर की औलाद बन गओ है बौ पाप ना करतो रैहबै है। बलकन जो परमेसर की औलाद हैं उनकै परमेसर बचाकै रक्खै है और बौ दुसट उनको कुछ बी ना बिगाड़ पावै है।
फिलिप्पुस नै कैई कै, “अगर तू पूरे दिल सै बिसवास करै है तौई जल संस्कार ले सकै है।” बा अधकारी नै जबाब दओ, “मैं जौ बिसवास करौ हौं कै ईसु मसी परमेसर को लौंड़ा है।”