पियार की पैचान जौ है कै हमनै पैले परमेसर कै ना, बलकन परमेसर नै हम सै पियार करो है और हमरे पापौं कै मिटानै के ताँई बानै अपनो लौंड़ा बलि होनै के ताँई भेजो।
इसताँई मैं तेकै कैरओ हौं कै इसको जादा पियार बता रओ है कै इसके भौस्से पाप माफ कर दए गए हैं। पर बौ जिसकै थोड़े पापौं की माफी मिली है, बौ थोड़ो पियार करैगो।”
अगर कोई कैबै है कै, “मैं परमेसर सै पियार करौ हौं” और बौ अपने भईया सै नफरत करै, तौ बौ झूँटो है। कैसेकै जो अपने भईया सै पियार ना करै है, जिसकै बौ देखै है, तौ बा परमेसर कै जिसकै बानै कबी देखोई ना है, पियार कैसे कर सकै है?