16 इसताँई हम बा पियार कै जानै हैं और बाके ऊपर भरोसो रक्खैं हैं, जो परमेसर सै हमकै मिलै है। परमेसर पियार है, और जो पियार मै बनो रैहबै है, बौ परमेसर मै बनो रैहबै है और परमेसर बामै।
जो परमेसर की आगियाँऔ कै मानै है, बौ परमेसर मै बनो रैहबै है और परमेसर बामै, और परमेसर नै हमकै पबित्तर आत्मा दई है, बाके दुआरा हम जानै हैं कै परमेसर हम्मै रैहबै है।
पर जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “जिन बातौं कै ना तौ आँखौ नै देखो और ना कानौ नै सुनो, और नाई कोई आदमी उनकै अपने मन मै सोच सकै है। बेई बात परमेसर नै अपने पियार कन्नै बारौ के ताँई तईयार करी हैं।”
हे पियारे लोगौ, हमकै दूसरौं सै पियार रखनो चँईऐ, कैसेकै पियार परमेसर सै मिलै है और हर कोई जो पियार करै है, बौ परमेसर की औलाद बन गओ है, और परमेसर कै जानै है।