पियार की पैचान जौ है कै हमनै पैले परमेसर कै ना, बलकन परमेसर नै हम सै पियार करो है और हमरे पापौं कै मिटानै के ताँई बानै अपनो लौंड़ा बलि होनै के ताँई भेजो।
जब हम आदमिऔ की गभाई मान लेबै हैं, तौ परमेसर दुआरा देई गई गभाई तौ उस्सै बी बढ़कै है, और परमेसर की गभाई जौ है, कै बानै अपने लौंड़ा के बारे मै गभाई दई है।
मैंनै जौ छोटी सी चिट्ठी सिलवानुस के हात सै लिखबाई है, जिसकै मैं बिसवासजोग भईया मानौ हौं। मैं तुमकै समजाबौ हौं और अपनी जौ गभाई देवौ हौं कै, परमेसर की सच्ची किरपा जौई है और जाई मै बने रौह।