तुम अपने अब्बा सैतान की औलाद हौ। और तुम अपने अब्बा की इच्छा मै चलनो चाँहौ हौ। बौ सुरू सैई हत्तियारो हो। और बौ सच्चाई मै कबी कायम ना रैहबै है। कैसेकै बामै सच्चाई हैई ना। जब बौ झूँट बोलै है तौ अपने सौभाब सै बोलै है, कैसेकै बौ झूँटो है और झूँट को अब्बा है।
बलकन अपने दुसमनौ कै बी पियार करौ, उनके संग भलाई करौ। कुछ बी बापस लैनै की उमीद छोड़कै उधार दो। फिर तुमरे ताँई बड़ो ईनाम होगो; और तुम परम परमेसर की औलाद बनौगे, कैसेकै परमेसर कै जो धन्नबाद ना करैं हैं, और बुरे लोग हैं, परमेसर उनके ऊपर बी दया करै है।
मगर हम परमेसर की ओर सै हैं इसताँई जो परमेसर कै जानै है, बौ हमरी सुनै है। मगर जो परमेसर की ओर सै ना है, बौ हमरी ना सुनै है। इस तरै सै हम सच्चाई की आत्मा कै और लोगौ कै भटकानै बारी आत्मा कै पैचान सकै हैं।
मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।