तबई हननियाह बा घर मै गओ और साऊल के ऊपर हात रक्कै कैई कै, “हे भईया साऊल, परभु ईसु तेकै बा रस्ता मै जिस्सै तू आ रओ हो दिखाई देओ हो, बानै मैंकै इसताँई भेजो है कै तू फिर सै देख सकै और पबित्तर आत्मा सै भर जाऐ।”
गलातिया के बिसवासिऔ की मंडलिऔ कै मैं पौलुस की ओर सै और मेरे संगी बिसवासी भईयौ और बहनौ की ओर सै जौ चिट्ठी लिख रओ हौं। मैं ना तौ किसी आदमी की ओर सै और ना लोगौ की ओर सै भेजो भओ हौं, पर ईसु मसी और पिता परमेसर के दुआरा भेजो भओ चेला हौं। और पिता परमेसर नै मसी ईसु कै मरे भएऔं मै सै जिन्दो करो।
जब बे बरत रैहकै परभु के भजन किरतन कर रए हे, तबई पबित्तर आत्मा नै उनसै कैई कै, “मेरे जा काम के ताँई बरनबास और साऊल कै अगल करौ जिसके ताँई मैंनै उनकै बुलार खाओ है।”
अगर मैं धन्नबाद की पिराथना कन्नै के बाद रोटी खावौं हौं तौ मैं जिस खाने के ताँई परमेसर कै धन्नबाद देवौ हौं। बा खाने के ताँई मेरी बदनामी कन्नै को किसी कै हक ना है।
तुमरी नजरौ के सामने जो है तुम उनई बातौं कै देखौ हौ। अगर किसी कै खुद के ऊपर भरोसो होए कै मैं मसी को हौं, तौ बौ जौ बी जान लै कै जैसो बौ मसी को है बैसेई हम बी मसी के हैं।