1 अब उन बातौं के बारे मै जिनकै तुमनै लिखो है। आदमी के ताँई जौ अच्छो है कै बौ बिहा ना करै।
पर जिनको बिहा ना भओ है और जो राँड़ हैं। उनसै मैं जौ कैबौ हौं कै उनके ताँई जौ अच्छो है कै बे बिन बिहाले रैंह जैसो मैं हौं।
पर कुकरम सै बचनै के ताँई हर एक आदमी की अपनी बईयर और हर एक बईयर को अपनो लोग होए।