बिसवासिऔ की मंडली मसी को सरीर है और मसी बिसवासिऔ की मंडली की खोपड़ी है। बौई सबसै पैलेसैई है और मरे भएऔं मै सै फिर सै जिन्दो होनै बारो बौ पैलो है, जिस्सै कै सिगरी बातौं मै बौई सबसै बड़ो होगो।
बईयरौं, तुम अपने लोग की बात माने करौ, इसताँई कै उनमै सै अगर कोई परमेसर के बचनौ कै ना मानै है, तौ बे तुमरे पबित्तर और आदर बारी जिन्दगी कै देक्कै, तुमरे बगैर कुछ कैए बिना मसी बिसवास मै आँय।
और बे खुद कै मसी के आधीन रखनो ना चाँहै हैं, जो मुखिया हैं। मसी बौ अंग है जो सरीर कै सकति देवै और जोड़ौ कै और नसौ कै बिनकै अग्गे बढ़ाबै है और जौ सबई कुछ परमेसर की सकति सै होवै है।
तुमनै सुनी, कै मैंनै तुमसै कैई, ‘मैं जा रओ हौं और फिर तुमरे धौंरे आंगो।’ अगर तुम मैंसै पियार करते तौ खुस होते, इसताँई कै मैं अब्बा के धौंरे जा रओ हौं, कैसेकै अब्बा मैंसै महान है।