51 और बा बिनके सँग नैयाँमे चढिगओ, और आँधी थमिगइ। और बे बहुत अचम्मे भए,
51 फिर ईसु उनके झोने नईंयाँ मैं आए गौ, और ब्यारौ रुक गई: और बे बड़ा अचम्मो करैं।
येशू उठके आँधीके और समुन्दरको लणुराके डाँटी, “शान्त हो, रुकजा!” तओ आँधी चलन बन्द हुइगइ, और समुन्दर बिरकुल शान्त हुइगओ।
जा सुनके चेला खुसी हुइके येशूके नैयाँमे चढाइं और जौन ठिहामे पुगन रहए, बे तुरन्त नैयाँमे बहे ठिहामे पुगके किनारे लग्गए।
आदमी अचम्मो मानके कहान लागे, “बा जो करीहए बहुत भलो करीहए! हियाँतककी बा बहिरनके सुनन और गुँगनके मस्कन बारो बनातहए।”
तभीमारे बे नैयाँमे चढके जंगली इलाकामे अलग चलेगए।
और लौंणीया तुरन्त उठिगइ और नेँगनलागी। बो बह्रा बर्षकी रहए, और जौन-जौन जा देखीं बे बहुत अचम्मो मानीं।
तओ बे बहुत डराइगए और आपसमे कहान लागे, “जा कैसो आदमी हए? हियाँतक, कि आँधी और लणुरा फिर बाकी आज्ञा अनुसार करत हएं!”
बो उठो, और तुरन्त गुन्द्री उठाएके सबके अग्गुसे घरए चलोगओ। हियाँतककी, सब आदमी जा देखके अचम्मो मानीं, और “हम त अइसो कभु नाएदेखे रहएं” कहातए बे परमेश्वरको महिमा करीं।
तओ यहूदीको प्राथना करन बारो ठाँउमे जितनो आदमी रहएं सब जनै अचम्मो मानीं, और बे अइसे कहात आपसमे बात करन लागे, “जा कौन मेलको शिक्षा हए, हम कभु फिर कोइके अइसो अधिकारसे शिक्षा देत नाए सुनेहएं। हियाँतक, कि जा भुतनके डाँटत हए तओ बे मानजात हएं।”
जा बात सुनके येशू अचम्मो मानी, और कप्तानके पिच्छु आन बारेनसे कही, “नेहात्तओ, मए तुमसे कहात हओं, कि मोके पुरो इस्राएल देशमे एकफिर अइसो आदमी नाए मिलो, जो जा गैर-यहूदी आदमी हानी मिर उपर बिश्वास करत होए।