कोइ आदमी एकए समयमे दुई मालिकको सेवा नाए करपएहए। काहेकी बो एकके हेला करैगो और दुस्रेके अपनए कता प्रेम करैगो। और बो एककेसँग मिलो रएहए और दुस्रेके बो खराब बतएहए। उइसीयए तुम फिर एकए समयमे परमेश्वर और धन दोनएको सेवा नाए करपए हओ।
जहेमारे बो खराब काम करनके छोडदेबओ, जो तुमर पापी स्वभाबसे जुडे हएं और जो पृथ्वीमे हएं, जैसेकी व्यभिचार, अशुद्धता, कामुकता, खराब इच्छा। और लालची मतबनओ, जो मूर्तिपुजा करो कता हए।
तुमके पता होनए पणैगो, कि व्यभिचार करन बारे, अशुद्ध और लोभी आदमी परमेश्वर और ख्रीष्टको राज्यमे हक नाए पाबैगो। लालची आदमी एक मूर्तिपुजकके समान हए जो जा संसारकी चिजनके आराधना करत हए।