4 जौन जा छोटो बालका जैसो अपनएके नम्र बनएहए, बहे स्वर्ग राज्यमे सबसे बडो हुइहए।
4 जो कोई अपने आपकै जौ बालका के हानी नम्र रहगो, बौ स्वर्ग के राज्य मैं बड़ो होगो।
प्रभुके अग्गु नम्र बनओ, तओ बा तुमर आदर करैगो।
काहेकी जौन आदमी अपनएके बणे सम्झत हएं, बे आदमी छोटे बने जएहएं; और जौन कोइ अपनएके छोटो सम्झत हए, बे बणे बने जएहएं।”
पर तुम बिनके जैसो मतहोबओ। बल्कि तुम मैसे जौन अगुवा बनन चाँहत हए, बोके एकदुस्रेक सेवा करन चाहो। बो जौन दुस्रेके अगुवाइ करन चाँहत हए, बोके एक सेवक कता सबको सेवा करनपणो।
और बिनसे कही, “जौन मिर नाउँमे जा बालकाके ग्रहण करैगो, बो मोके ग्रहण करैगो, जौन मोके ग्रहण करैगो, बो मोके पठान बारोके ग्रहण करैगो। काहेकी तुमर मैसे जौन सबसे छोटो हए, बहे बडो हुइहए।”
उइसीयए जवान आदमीउ, बुढेनके अधीनमे बैठओ। तुमके सब नम्रतासे एकदुस्रेनके मदत करन पणत हए। काहेकी पबित्र-शास्त्रमे लिखो हए, “परमेश्वर घमण्डीनके बिरोध करत हए, पर नम्र आदमीनके बा अनुग्रह करत हए।”
बहेबेरा चेला येशूके ठिन आएके पुछीं, “स्वर्गको राज्यमे सबसे बडो कौन हए?”
और कही, “नेहात्तओ, मए तुमसे कहात हओं, मन बदलके तुम छोटो बालकनके कता नाए हुइहओ तओ कभु स्वर्गके राज्यमे घुस नाए पएहओ।
जौन मिर नाउँमे एक अइसियए बालकाके ग्रहण करैगो, बो मोके ग्रहण करैगो।”
तओ बे चुप रहे, काहेकी डगरमे बे “उन मैसे सबसे बडो कौन हुइहए” करके आपसमे छलफल करत रहएं।