1 जब येशू अपन चेला सँग जानडटो रहए तओ बा एक आदमीके देखी जौन जनमसे अन्धरा रहए।
1 फिर ईसु जात भौ एक आदमी कै देखी, जो जनम से अंधरा रहै।
उत्कएमे यहूदी अगुवा येशूके मारनके ताहीं पत्थर उठाइं। पर येशू चुप्पएसे यरूशलेमको मन्दिरसे निकरीगओ।
येशूके चेला बासे पुछीं, “हे महान गुरु, कौनको पापको कारणसे जा आदमी जनमसे अन्धरा भओ हए? जाके अइयादौवाको पापके कारणसे हए, कि जाको अपनो पापके कारणसे भओ हए?”
जब येशू बो लौंणीयाके घरसे जात रहए तओ दुई अन्धरा अइसे कहात येशूके पिच्छु-पिच्छु लागे, “हे राजा दाऊदको लौंणा हमरे उपर दया करओ,”
डगरके किनारे बैठे दुई अन्धरा, येशू जा डगर जातहए करके सुनके अइसे करके चिल्लान लागे, “हे प्रभु, दाऊदको लौंणा, हमरे उपर दया करओ।”
येशू लौंणाको दौवासे पुछी, “जाके कबसे अइसो भओ हए?” बो कही, “जाके बच्चएसे अइसियए हुइ रहो हए।
बाह्र बर्षसे खुन बहान बारो रोगसे दुख पाइभइ एक बैयर, जौनके कोइ अच्छो नाए करपाइ रहएं।
हुवाँ पर एक आदमी रहए, जौन अढतीस बर्षसे बिमार रहए।
काहेकी जौन आदमी चमत्कारको काम द्वारा अच्छो भओ रहए, बोको उमर चालिस बर्षसे जद्धा रहए।
हुवाँ एनियास नाउँको कोइ एक आदमीके भेँटी, जो आठ बर्षसे पक्षाघातको रोगसे खटियामे पणो रहए।
लुस्त्रा सहरमे, टाँग नाएचलन बारो एक आदमी बैठो रहए। बो जल्मतको लंगणाके कारणसे कभु नेँग नाए पात रहए।
पावलके हातमे अइसे साँप लिप्टो देखके हुवाँके आदमी एक-दुस्रेसे अइसे बात करनलागे, “पक्का फिर जा आदमी ज्यानमारा होबैगो। समुन्दरसे बच्के आओ तहुँफिर हमर देबी बोके जिन्दा रहानके नाए दइ।”