काहेकी मए जानत हओं, कि मोएमे अर्थात् मेरे पापमय आदमीको स्वभाबमे कोइ अच्छी चीज बास नाए करत हए, भले काम करनके ताहीं इच्छा त मोएमे हएं पर उनके करनके मोसे नाए हुइपात हए।
हम फिर पापी स्वभाबके इच्छन्के पुरा करके जीइत रहएं, जो फिर हमर खराब इच्छा और बिचार हमसे कर्बान चाँहत रहए हम बहे करत रहएं। और बाँकी औ सबए कता, हम फिर स्वाभाबिक रुपसे बुरे रहएं और परमेश्वरको दण्डके अधिनमे रहएं।
काहेकी जब हम हमर पापी स्वभाबके अधिनमे रहएं तओ पापमय इच्छा हमर भितर काम करत रहए। और नियम कानुन, जे बुरे इच्छन्के जगाएदइ, मौतको फल उत्पन्न करनके ताहीं हमर शरीरमे काम करत रहएं।