हे परमप्रभु, तुमके सब आदमी आदर करत हएं, और बे सब तुमर नाउँके सम्मान करत हएं, काहेकी तुमही इकल्ले पबित्र परमेश्वर हओ। हर राज्यके सब जाति तुमर ठिन आत हएं और बे तुमर आराधना करत हएं, काहेकी तुमर धार्मिक काम सबके अच्छेसे पता हए।”
अइसियए सारा यहूदिया परदेश, गालील परदेश और सामरियामे मण्डलीनके पबित्र आत्मा द्वारा उत्सहा मिलतए गओ। और प्रभुको डरमे नेँगतए और पबित्र आत्मासे शान्ति मिलके बे बहुत आदमी प्रभु येशूमे बिश्वास करीं।