मसीह जो हमरे ताहीं स्रापित बनो, हमकै मोल लैकै नियम के स्राप से छुड़ाई; काहैकि सास्त्र कहथै, “जो कोई पेंड़ मैं लटकाओ जाथै बौ परमेस्वर के स्राप के अधीन है।”
लेकिन परमेस्वर तुमकै मसीह मैं धार्मिकता के संग जोड़कै सौंप दई है, और परमेस्वर मसीह ईसु कै हमरो ग्यान बनाये दई है। बहे के लिहाज से हम परमेस्वर के संग सई माने गै हैं, कि हम परमेस्वर के पवित्र जन और छुटकारा पामैं।
मैं तुमसे सच-सच कहथौं, जो मेरो बचन सुनकै मेरे भेजन बारे के ऊपर बिस्वास करथै, अनंत जिंदगी बाकी है; और बाकै न्याय की आग्या नाय मिलथै, और बौ मरन से पार हुईकै अनंत जिंदगी मैं जाए चुको है।
तुम मेरे मैं बने रहबौ, और मैं तुम मैं बनो रैहंगो। जैसे कि हँगईय्या दाखलता से नाय जुरी होबै तौ अपने आप से नाय फर सकथै, बैसिये तुम अगर मेरे मैं नाय बने रैहगे तौ नाय फर सकथौ।”
और जाके संग पूरी तरह से एकजुट रहबौ, मेरे पास अब खुद की न्यायीपन नाय है, जो नियम कै मानन से मिलथै; अब मेरे पास न्यायीपन है जो मसीह मैं बिस्वास के जरिये से दई गई है, न्यायीपन जो परमेस्वर से आथै, और बिस्वास से मिलथै।
मैं एक पक्के मसीह आदमी कै जानथौं, जौ चौदह साल पहले बाके सरीर कै उच्चतम स्वर्ग ले छीन लौ गौ रहै, मोकै नाय पता है कि जौ बास्तव मैं भौ रहै या का बाके पास एक नजरिया रहै, खाली परमेस्वर जानथै।
अन्द्रुनीकुस और यूनियास कै जो मेरे हितुआ-नातेदार हैं, और मेरे संग कैदखाना मैं गै रहैं, प्रेरित होन मैं खूब नाओं बारे हैं, और मोसे पहले मसीह बन गै रहैं, उनकै नमस्ते।
और परमेस्वर के उपहार और एक आदमी के पाप के बीच अंतर है। एक पाप के बाद “दोसी” को न्याय के काम को फैसला आओ; पर इत्ते सारे पापन के बाद, “कोई दोसी नाय है उपहार आथै!”
पर जबकी परमेस्वर को आत्मा तुमरे भीतर रहथै, तौ तुम सारीरिक प्रकृति मैं नाय लेकिन आत्मा के हालत मैं होबौ। अगर कोई के भीतर मसीह की आत्मा नाय है तौ बौ बाको इंसान हईये नाय।
अगर बहे को आत्मा जो ईसु कै मरे भौ मैं से जिंदो करी, तुमरे भीतर बसो पड़ो है; तौ जो मसीह के मरे भौ मैं से जिंदो करी, बहे तुमरे नास होन बारे सरीर कै अपनी आत्मा से जो तुमरे मैं बसी भइ है, जिंदो करैगो।
पौलुस के घाँईं से जो परमेस्वर की मरजी से ईसु मसीह को प्रेरित है, बे पवित्र और ईसु मसीह मैं विस्वासी आदमिन के नाओं जो इफिसुस मैं हैं: जो ईसु मसीह के संग मिलकै अपनी जिंदगी मैं परमेस्वर के जो लोग हैं उनकै लिखी हैं।