मैं तुमसे कहथौं; जहे रीति से एक मन फिरान बारे पापी के बारे मैं भी स्वर्ग मैं इतनी ही खुसी होगी, जितनो की निन्यानवे ऐसे धर्मी के बारे मैं नाय होथै, जिनकै मन बदलन की जरूरत नाय।”
एक और बजह है कि हम हमेसा परमेस्वर को धन्यवाद देथैं। जब हम तुमरे ताहीं परमेस्वर को सुसमाचार लैकै आए, तौ तुम जाकै सुने और तुम जौ इंसानन को नाय, बल्किन परमेस्वर को बचन समझकै अपनाय, जो कि सच मैं जौ है। परमेस्वर तुमरे ऊपर बिस्वास करथै।
बताबौ जे दोनों मैं से जो दऊवा चाहत रहै कौन करो, बे कहीं बड़े करी, ईसु उनसे कही मैं तुमसे सच्ची कहथौं, लगान बासूलन बारे और बैस्या तुमसे पहले परमेस्वर के राज्य मैं जाथैं।”