11 बे बड़ा गुस्सा मैं आए गै और आपस मैं बतकान लागे कि हम ईसु के संग का कर सकथैं।
11 पर बे दिक्कके मरे चूर हुइगए, और येशूके का करएं, कहिके एक-दुस्रेसे सल्लाह करन लागे।
जब पंचायत के सदस्य जौ सुनीं, तौ बे इतने गुस्सा मैं रहैं कि बे चहात रहैं कि प्रेरितन कै मौत के घाट उतार दौ जाबै।
तमान बार मैं उन्हैं सभाघर मैं सजा देत रहौं और मैं उनकै प्रभु की बुराई करन के ताहीं मजबूर करन की कोसिस करत रहौं। मैं उनसे इतनो भड़को भौ रहौं की मैं बाहर के सहरन मैं भी जाएकै उन्हैं सतात रहों।”
जब पंचायत के सदस्य स्तिफनुस की बात सुनीं तौ बे गुस्साय गै और बाके ऊपर दाँत मीसन लागे।
लेकिन पतरस और यूहन्ना उनकै जबाब दईं, “तुम्हईं न्याय करौ, ठीक काहैकि परमेस्वर की बात नाय मानकै तुमरी बात मान लेमैं।
जहे बजे से बे उन्हैं पंचायत घर कै छोड़न के ताहीं कहीं, और फिर बे आपस मैं चर्चा करन लगे।
जे सब सुनन के बाद मुखिया पुजारी और फरीसी लोग सभा के लोगन कै इखट्टो करकै कहीं, “हमैं का करनो चाहिए? जौ आदमी तौ बड़ा चिन्ह दिखाए रौ है!
जे सब बातन के बाद ईसु गलील देस मैं फिरत रहो, काहैकि यहूदि नेता बाकै मार डारन की कोसिस करत रहैं, जहे ताहीं बौ यहूदिया मैं फिरनो ना चहात रहै।
सभाघर के आदमी जौ सुनकै, सब बड़ा गुस्सा मैं आयगै।
प्रधान पुजारी और फरीसी बाकी कहानी कै सुनकै समझ गै, कि बौ हमरे बारे मैं कहरौ है।
बे आपस मैं सोच-बिचार करत भै बोलीं, “हुई सकथै बौ जहे ताहीं कही काहैकि हम कोई रोटी संग नाय लाए।”
और ईसु सब घाँईं बे सबन कै देखी; फिर बौ आदमी से कही जोके हात मैं फालिस मार गई रहै, “अपनो हात बड़ा।” बौ एसोई करी, और बाको हात फिर से ठीक हुई गौ।
बौ समय ईसु प्रार्थना करन के ताहीं एक पहाड़ी मैं चढ़गौ, और पूरी रात परमेस्वर से प्रार्थना मैं बिताई।
पर बे भौत दूर नाय जाए पांगे, काहैकि हर कोई देखैगो कि बे कित्ते बेअकली हैं। बैसिये भौ जैनेस और जैम्ब्रिज को।