फिर जो सिंहासन मैं बैठो रहै, बौ कही, “अब मैं सब कछु नया कर देथौं!” फिर बौ मोसे जहो कही, “जाकै लिख, काहैकि जे बचन सच्चे हैं और इनमैं बिस्वास करो जाए सकथै।”
हालाकि कुछ लोग बतात रहैं। संग बारे विस्वासी होन को दिखाबा करत भै, जे आदमी हमारी टोली मैं जासूस की सकल मैं सिकल आए, कि बौ आजादी जो ईसु मसीह मैं हमैं मिली है, भेद लैकै हमैं गुलाम बनामै,
और नई दाखरस पुराने मसकन मैं नाय भरथैं; काहैकि ऐसो करन से मसका फट जाथै, और दाखरस बहे जाथै और मसका खराब हुई जाथैं, पर नया दाखरस नये मसकन मैं भरथैं और बे दोनों बची रैहथैं।”