और एक और सास्त्र कहथै, “जौ पथरा लोगन कै ठोकर खबागो, चट्टान जो उनकै गिराबैगी।” बे लड़खड़ाय गै काहैकि उनकै सब्द ऊपर बिस्वास नाय रहै; उनके ताहीं परमेस्वर की इच्छा जहे रहै।
पर जे बात मैं जौ ताहीं कहो, कि जब इनको समय आबै तौ तुमकै याद आए जाबै कि मैं तुमसे अग्गुए कह दौ रहों, मैं सुरू मैं तुमसे जे बात जौ ताहीं नाय कहो काहैकि मैं तुमरेई संग रहों।”