11 जौ बजह से पौलुस उनकै परमेस्वर को बचन सिखात भै डेढ़ साल ले रहो।
11 अइसियए पावल एक बर्ष छय महिनातक कोरिन्थ सहरमे बैठो और परमेश्वरको शिक्षा देत रहो।
जौ दुई साल ले चलो, ताकी जो लोग जो कि आसिया के देसन मैं रहेत रहै, यहूदि और गैर यहूदि दोनों प्रभु के बचन कै सुनी।
और बे प्रेरित लंबे समय तक हूँना रुके रहे, प्रभु के बारे मैं निडर हुईकै बात करत भै, जो बे साबित करीं कि उनकी किरपा के बारे मैं उनको अनुग्रह को संदेस उन्हैं चिन्ह चमत्कार और अचम्मे काम करन की सक्ति देन के ताहीं गभाई देथै।
देखौ, और याद करौ कि मैं तीन साल तक आँसु बहाए-बहाएकै, रात-दिन हर एक कै सिक्छा देनो नाय छोड़ो।
काहैकि मैं तेरे संग हौं, और कोई भी तोकै नुकसान नाय पहुँचाए सकथै, काहैकि जौ सहर मैं मेरे भौत से आदमी हैं।”
जब गल्लियो कै अखाया देस को राज्यपाल बनाओ गौ, तौ हुँआँ के यहूदि जुराने, और पौलुस कै पकड़ लईं और बाकै न्याय करन बारी जघा मैं लैगै।