पतरस उनसे कही, “तुम खुद अच्छी तरह से जानथौ, कि कोई यहूदि कै उनके धर्म मैं जान से या गैर यहूदिन के संग जुड़न की इजाजत ना है। लेकिन परमेस्वर मोकै दिखाई है कि कोई भी आदमी कै छिया-पछारे या असुद्ध ना समझनो चाहिए।
तभई याकूब के घाँईं से कुछ पनारे भै लोग के आन से अग्गु बौ गैर यहूदि भईय्या और बहेनियन के संग खानु खात रहै। लेकिन जब बे लोग आए, तौ बौ बापस चले गौ, और गैर यहूदियन मैं खानु नाय खाई काहैकि बौ बे लोगन से डरत रहै, जो उनको खतना करन के पक्छ मैं रहैं।
मेरो जौ कहनो है की; अगर कोई भईय्या कहवाएकै, व्यभिचारी, लालची, मूर्ति पूजा करन बारो, गारी देन बारो, पियक्कड़, या अंधेर करन बारो होबै, तौ बाके संग संगती मत रखियो; बल्किन ऐसे इंसानन के संग खानुओ मत खईयो।
तौ बे फिर ईसु कै कैफा के झोने से रोमी हाकीम के महल मैं लैगै, और भुगभुको होन को समय रहै, लेकिन यहूदि नेता खुद महल के भीतर नाय गै कि कहूँ बे फसह खान से अग्गु अपवित्र नाय हुई जामैं, ताकी बे बाद मैं फसह खाए सकैं।