और बे कहानियन और बड़े-बूढ़ेन की पुरानी बातन मैं मन ना लगाबौ, जो खाली तर्क पैदा करथैं; बे परमेस्वर की योजना कि सेवा नाय करथैं, जोकै बिस्वास से जानो जाथै।
तीमुथियुस, जो तुमरी देखभार करन के ताहीं सौंपो गौ है, बाकी देखाभारी करे रखईयो, और अभक्ति और बुरी बातन से बचैं, और बेकार की बातन से बचैं जोकै कुछ लोग गलती से “ग्यान” समझथैं, उनसे बचैं।
काहैकि उनको मन सुस्त है, और बे अपने कान कै बंद कर लईं हैं, और अपनी आँखी मूंद लईं हैं। ना तौ उनकी आँखी देखती, उनके कान सुनते, उनकी बुद्धि समझती, और बे मेरी तरफ फिरंगे, परमेस्वर जहे कहथै, और मैं उनकै चंगो करंगो।’”