15 सुध मन भेल लोकसबके लेल सब चिज सुध रहैछै। महज पतित आ अबिस्बासीसबके लेल कोनोभी चिज सुध नै रहैछै, कथिलेकी ओइसबके मन आ सोचबिचार असुध रहैछै।
परभु येसुमे बिस्बास कैरके हम यि बात पक्का जानैचियै कि, खाइबला कोनो चिज आपनेमे असुध नै रहैछै। महज जे लोक असुध माइनके खाइछै, उ ओकरलेल असुधे हैछै।
खाइबला चिजके कारन परमेस्वरके कामके नास नै कर। सब चिज खाइले हैछै महज औरो लोकके बाधा हैबला हिसाबसे खेनाइ खराब चियै।
तोरासबमेसे कोइ-कोइ कहैचिही, “सब चिज करैले पाबैछै” महज सब चिजसे भलाइ नै हैछै। दोसर सब कहैछै, “सब चिज करैले पाबैछै” महज सब चिजसे फैदा नै हैछै।
महज जे बात मुहसे बाहर निकलैछै, से बात हिरदयसे निकैलके आबैछै आ ओहे लोकके असुध बनाइछै।
महज जे कोइ सङका कैरके खाइछै त, उ दोसी ठहरैछै, कथिलेत बिस्बास बिनाके करल सबकाम पाप चियै।
तैखातिर तुसब खो, पि या जेकुछ कर, सबकुछ परमेस्वरके महिमाके लेल कर।
ओहिनङे अबाज फेनो उ दोसर बेर सुनल्कै, “जै चिजके परमेस्वर सुध करने छै ओकरा तु असुध नै कहै।”
महज सब बिस्बासी लोकके यि ग्यान नै हैछै। ओकरासबके मुरतिपुजाके आदत भेलाके कारन अखुन्तो मुरुतिके चरह्याल चिज खाइछै त साँचोके मुरुतिके चरह्याल चिज खाइचियै कैहके ठानैछै। ओइसबके मनमे एहेन गलत बिचार भेलाके कारन उ खेलासे “हम असुध भेलियै” कैहके ठानैछै।
उ आपन लहुके छिटकासे अपनासबके हिरदयके सुध करने छै आ सुध पानीसे अपनासबके देहके धुवाइनेछै। ओहैसे अपनासब साँचो हिरदय आ पक्का भरोसाके साथ परमेस्वरके लग चल।
मासुके दोकानमे कथी बेचैछै, बिबेकके खातिर कोनो सबाल नै कैरके खो।
एहेन लोकसबके बिचमे सबदिन झगरा हैछै। ओइसबके मति भरस्ट भेल रहैछै। उसब सत बातसबसे दुर भेल रहैछै आ परमेस्वरके भक्ति करैबला काम धनिक हैकेलेल चियै कैहके बिचार करैछै।
खिरिस्टके लहुसे औरो कतेक बेसीसे तोरासबके बिबेकके मरल कामसबसे सुध करतौ ताकि तुसब जिबित परमेस्वरके सेबा करैले सक। कथिलेत उ अनन्त आत्मासे आपनेके दाग नै लागल बलिके रुपमे परमेस्वरके अरपन करल्कै।
होसियार रह कि कोइ नै परमेस्वरके अनुगरह पाबैसे छुटे, ताकी अबिस्बासके तित जैर बैढके तोरासबके बिचमे फुट नै आने। एहैन लोक बहुतो लोकसबके असुध नै बनाबे।