26 ओहिनङे पबितर आत्मा अपनासबके बिस्बासमे कमजोर हैतकाल मदत करैछै। कनङ परथना करैछै कैहके सब्दमे बेक्त करैले नै सैकके कुहरैत बखत पबितर आत्मा अपनासबके लेल परथना कैरदैछै।
आ ओइ बखत बोलैबला तुसब नै महज परमेस्वर पिताके आत्मा तोरासबके दुवारा बोल्तौ।
तुसब पबितर आत्माके सक्तीमे हर बखत परमेस्वरसे परथना कर। होसियार आ लगनसिल भ्याके हरदम खिरिस्टके पबितर जनसबके खातिर परथना करैतरह।
तुसब परमेस्वरके बेटा-बेटी भेलासे उ आपन बेटाके आत्मा अपनासबके हिरदयमे राइखदेनेछै, जैसे “हे अब्बा, पिता!” कैहके पुकारैचिही।
हम पितासे बिन्ती करबै आ उ तोरासबसङे सबदिन रहैके खातिर एक गोरा सल्लाह दैबला पठाइतौ।
खिरिस्टके कारनसे अपनासब एके पबितर आत्मा पाइबके पिता परमेस्वरके सामने जाइले सकैबला भेलचिही।
कथिलेत तुसब फेनसे दास बनैले डरके आत्मा नै पाबनेचिही बरु तुसब पोसपुत हैले पबितर आत्मा पाबनेचिही, तैल्याके हमसब परमेस्वरके “हे हमर अब्बा, पिता!” कैहके पुकारैचिही।
कथिलेत अपनासबके परधान पुजारी अपनासबके दुरबलतामे साथ नै दैबला पुजारी नै चियै। उ अपनेसब जखा सब बातमे परिक्छामे परलै महज तैयो पाप नै करल्कै।
तुसब माङैचिही महज नै पाबैचिही, कथिलेकी आपन अभिलासा पुरा करैके लेल बेठिक हिसाबसे माङैचिही।
अपनासब बिस्बासमे बौकार भेल लोकसब आपने मातरे खुसी नै बल्की बिस्बासमे कमजोर भेल लोकसबके धिरजसाथ सहायता करैले परतौ।
ओकर हिरदय एकदम दुखसे भरल छेलै, तब उ धियानसे परथना करे लाग्लै, तै बखत ओकर पसिना लहुके बरका-बरका ठोप जखा भुइयामे चुबै छेलै।
हमसब यि देहमे रहैतक बोझसे दब्याके छटपटाबैचियै। अइ देहके मैरके त्यागबै कैहके नै छटपटाबैचियै बरु कहिया स्वरगिय देह बस्तर जखा लगाइबै कैहके चियै, ताकि नास हैबला देह कहियो नास नै हैबला देहमे बदैलजेतै।
हमसब अइ सन्सारमे रहैतकाल बेचैन रहैचियै आ अपनासबके स्वरगिय देह बस्तर लखा लगाइले उतकट इक्छा करैचियै।
येसु ओकरा जबाब देल्कै, “तुसब कथी माइङरहलचिही से नै जानैचिही। जे दुखके बाटी हम पिये लागलचियै, कि उ तुसब पिये सकबिही?” उसब कहल्कै, “जी, सक्बै।”
उ अनजान आ खराब बाटमे लागल लोकसबके नम्र भ्याके सम्झाइले सक्तै, कथिलेकी उ आपने दुरबलतासे घेराल रहैछै।
हम केहन दुखी लोक चियै! पाप आ मिरतुके कैदमे रहल देहके हमरा के छुटकरा करेतै?