5 महज तु जिद्द कैरके पस्चाताप करैले नै चाहलिही। ओहैसे तु परमेस्वरके नियाय हैबला दिनमे बरका दन्डके लेल करोध समैटके राखनेचिही, जै दिनमे परमेस्वर ठिकसे नियाय करतै।
परमेस्वर स्वरगसे आपन करोध पाप आ दुस्ट काम करैबला लोकसबके उपरमे परलछै। जेसब आपन दुस्ट कामसे सतके दबाके राखनेछै।
तोरासबके याद करैबला बात यि चियौ कि, आपन अधिकारमे नै रहैबला आ आपन रहैयोबला ठाम छोरैबला स्वरगदुतसबके समेत परमेस्वर सबदिनके लेल बाइन्हके राखनेछै। उ नियायके बरका दिनमे सजाय दैकेलेल ओइसबके पतालके अन्हारमे बाइन्हके राखनेछै।
महज ओह्या बचनसे नियाय हैबला दिनतकके लेल अकास आ पिरथिबीके आइगसे नास करैके लेल बचाके राखनेछै। अकरा वहे दिनके लेल राखनेछै जहिया अधरमी लोकसबके नियाय हेतै आ ओकरासबके नास करलजेतै।
पबितर धरमसास्तरमे एहैन कहलगेलछै, “आजु तुसब ओकर अबाज सुनबिही त, तोरासबके पुरखासब परमेस्वरके बिरोध कैरके कठोर बनल जखा तुसब कठोर नै बन।”
ओहिनङ परभु धरमी लोकसबके संकटसे बचाबैले आ अधरमी लोकसबके दन्ड दैले नियायके दिन तलिक राखैले जानैछै।
अहैलेल परमेस्वर ओकर बिसराम दैबला ठाममे जाइके लेल तोकल बिसेस दिनके “आइ” कहल्कै। उ पहिने बोलल बात बहुत सयमके बाद रजा दाउदके बोलैले लगाइल्कै, “यदि तुसब आइ परमेस्वरके अबाज सुनबिही त, तुसब आपन हिरदय कठोर नै बना।”
जबतक “आजुके दिन” कहैबला समयछै, तबतक एक दोसरके उत्साह दहै। ओहेन करबिही त, तुसब पापमे नै परबिही आ तोरासबके हिरदय परमेस्वरके इन्कार नै करतौ।
तहिनङे लोकसबसङे कनङ बेबहार करबै कहैबला बात त परमेस्वरके आपन इक्छाके बात चियै। आपन रिस आ सक्ती देखाइके ओकर आपन इक्छाके बात हैतोपरभी, उ नासके लेल तैयार करल लोकसबके सङे एकदम धिरज कैरके रहलै।
कथिलेत ओइसबके नियाय आ सजायके बरका दिन आइबगेल छै, के ओइ दिनके सहन करैले सक्तै?”
सोना-चानीमे बिज लाइग गेल्छौ। एह्या बिज तोरासबके बिरोधमे गबाही देतौ आ आइगके जखा तोरासबके देहके जराइतौ। यि जुगके अन्तके दिनमे तुसब धन-सम्पैतके ढेरी लगाइनेचिही।
हे हमर भाइ-भैयासब, हम तोरासबके एकटा रहसके बात थाह हेबे कैहके चाहैचियौ। उ बात तोरासबके थाह हेतौ त तुसब आपनेके बुधिमान ठाइनके घमन्ड नै करबिही। उ रहसके बात यि चियै कि, खिरिस्टमे आबैबला गैर-यहुदीसब बिस्बास नै करैतक बहुतो इजराएलीसबके हिरदय कठोर हेतै।
कथिलेकी हम सबगोरा खिरिस्टके नियाय आसनके सामने खरा हैलेपरतै। ताकी हमसब अइ देहमे करल असल या खराब काम अनुसारके परतिफल पाब्बै।
परमेस्वरके धारमिक इन्साफके परमान यह्या चियै कि तुसब परमेस्वरके राजमे जाइके योग्य बन। तुसब ओहै राजके खातिर दुख सहैचिही।
हम ओकरा पस्चाताप करैले समय देलियै महज उ आपन बेबिचारसे पस्चाताप करैले इन्कार करल्कै।