4 पबितर धरमसास्तरमे पहिने लिखल बातसब अपनासबके सिक्छा दैकेलेल छेलै। धरमसास्तरमे भेल बातसे अपनासबके सहैबला सक्ति आ हौसला दैछै ताकी अपनासबके आसा बनल रहे।
यि सब घटनासब अपनासबके खातिर उदाहरन हेबे कैहके अपनासबके चेताबनीके लेल लिखल गेलै। आब हमसब अइ सन्सारके अन्तके समयमे आइबगेल चियै।
आपन आसामे आनन्द कर, दुख-कस्टमे धिरज कर आ निरन्तर परथना करैतरह।
अहै खातिर तोरासबके आपन मन तैयार राख, आत्म संयमी बन आ येसु खिरिस्ट आबै बखत तुसब पाबैबला अनुगरहमे पुरा आसा राख।
बिस्बाससे करल तोरासबके काम, परेमसे करल तोरासबके मेहनत आ आपन परभु येसु खिरिस्टके आसामे करल तोहरसबके सहनसिलता हमसब परमेस्वर आ पिताके अगा परथनामे हरदम सम्झैत रहैचियौ।