22 यि बातसबमे भेल तोहर बिस्बास परमेस्वर आ आपने बिचमे राख। उ लोक धैनके चियै, जे अपनासे ठिक ठहर्याल चिजके कारन आपनेके दोसी नै ठहराइछै।
हे हमर पिरिय सङिसब, आपने मन अपनासबके दोसी नै ठहराइतौ त अपनासबके परमेस्वरके अगा जाइले साहस एतौ।
कतहेक लोक एकटा दिनके दोसर दिनसे बेसि बिसेस मानैछै महज कतहेक लोक सबदिन एके ठानैछै। हरेक लोक आपन-आपन मनमे बिस्बास करल बातमे पक्का हैलेपरतै।
तोरासबमेसे बुधिमान आ बुझहैबला लोक के छै? उ आपन असल चालचलनसे बुइधके नमरतासे निक काम कैरके देखाबे।
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब, यदि कोनो लोक पापके जालमे परलछै, से जाइनके तोरासबमे जे आत्मिकी चिही, तुसब ओकरा नम्र भ्याके सुधार। तेहन काममे आपनो होसियार रह, नै त तुहुसब परिक्छामे परबिही।
महज जे कोइ सङका कैरके खाइछै त, उ दोसी ठहरैछै, कथिलेत बिस्बास बिनाके करल सबकाम पाप चियै।
अइ बातमे हमसब गर्भ करैचियै आ हमरासबके बिबेक सेहो साक्छी दैछै कि, अइ सन्सारमे बिसेस कैरके ओइसबसङे समबन्धमे हमसब इमान्दार आ परमेस्वरमे पबितर जिबन बितेलियै। यि हमसब सन्सारके ग्यानसे नै महज परमेस्वरके अनुगरहसे पाबनेचियै।
परभु येसुमे बिस्बास कैरके हम यि बात पक्का जानैचियै कि, खाइबला कोनो चिज आपनेमे असुध नै रहैछै। महज जे लोक असुध माइनके खाइछै, उ ओकरलेल असुधे हैछै।
कोइ-कोइ बिस्बासी सबचिज खाइले हैछै कैहके बिस्बास करैछै, महज बिस्बासमे कमजोर भेल्हा लोक सागपात मातरे खाइले हैछै कैहके बिस्बास करैछै।
तै खातिर परमेस्वर आ लोकसबके नजरमे हम निरदोस रहैले चाहैचियै।
हम केहन दुखी लोक चियै! पाप आ मिरतुके कैदमे रहल देहके हमरा के छुटकरा करेतै?
हम कोन काम करैचियै, अपने उ नै बुझैचियै। कथिलेत हम जे असल काम करैले चाहैचियै, उ हम नै करैचियै, महज जे खराब काम करैले नै चाहैचियै, उ हम करैचियै।
हे लोकसब, कि तु दोसरके दोस लगाइचिही? तोरासबमेसे चाहे जे कोइ हेबे दोसी नै चियै कैहके बहाना करैबला कोनो कारन नै छौ। दोसरके दोस लगाइबला तु आपनेके दोसी ठहरबिही, कथिलेत जे कामके लेल दोसरके दोस लगाइचिही, उ काम तु आपने करैचिही।
महज सब बिस्बासी लोकके यि ग्यान नै हैछै। ओकरासबके मुरतिपुजाके आदत भेलाके कारन अखुन्तो मुरुतिके चरह्याल चिज खाइछै त साँचोके मुरुतिके चरह्याल चिज खाइचियै कैहके ठानैछै। ओइसबके मनमे एहेन गलत बिचार भेलाके कारन उ खेलासे “हम असुध भेलियै” कैहके ठानैछै।