कि अधरमी लोकसब परमेस्वरके राजमे ढुकैले नै सक्तै कैहके तोरासबके थाह नै छौ? अइ बातके गम्भिर रुपसे ले आ तुसब आपनेके धोखा नै दहै, कथिलेत अनैतिक काम करैबला, मुरतिपुजा करैबला, बेबिचार करैबला, समलिङगिसब, पुरुखगामीसब,
यदि खिरिस्टमे रहलाके कारन तुसब कुछ उत्साह पाबनेचिही, या ओकर परेमसे तुसब कुछ सानत्वना पाबनेचिही, या पबितर आत्माके संगती पाबनेचिही, या एक दोसरसङे परेम आ दया करैचिही त,