हे बेबिचारी लोकसब! परमेस्वरके छोइरके यि सन्सारके खराब चालचलनमे चलैबला लोकसब परमेस्वरके दुस्मन हैछै से बात तोरौरके थाह नै छौ? अहैलेल यदि कोनो लोक यि सन्सारके खराब चालचलनमे चल्तै, उ परमेस्वरके दुस्मन चियै।
अपनासबके यि बात थाहेछै कि बेबस्था त आत्मिक चियै कथिलेकी यि परमेस्वरसे आबल छै। महज हम देहके पाप स्वभाब अनुसार चलैबला आ दास जखा पापमे बेचलगेल लोक चियै।